ट्रांसपेरेंट या पारदर्शी सोलर पैनल क्या होता है?

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ट्रांसपेरेंट या पारदर्शी सोलर पैनल

अगर हम ऐसे दुनिया की कल्पना करे जहाँ हम अपनी घर की खिड़किओं, ऑफिस की छत या दिवार, कार की सन रूफ से बिजली उत्पन्न कर सके तो ट्रांसपेरेंट या पारदर्शी सोलर पैनल की मदद से अब ये संभव होने जा रहा है। ट्रांसपेरेंट सोलर पैनल ना केवल कांच की खिड़की का उद्देश्य पूरा करेगा बल्कि बिजली उत्पन्न करके आपके घर का बिजली बिल भी काम करेगा।

पारदर्शी सोलर पैनल
पारदर्शी सोलर पैनल

ट्रांसपेरेंट या पारदर्शी सोलर पैनल क्या होता है ?

जैसा की हम हम जानते हैं सामान्य सोलर पैनल ब्लू या ब्लैक कलर के होते हैं, वही अगर ट्रांसपेरेंट सोलर पैनल की बात करे तो यह देखने में सामान्य ग्लास की तरह होता है। सूरज की किरणे इसके आर पार निकल जाती है। इसी कारण इसका महत्व बढ़ जाता है, क्यूंकि इसका प्रयोग हम घर की खिड़किओं, ऑफिस की दीवारों पे भी कर सकते हैं।

सामान्य सोलर पैनल जिसे फोटोवोल्टाइक सोलर पैनल भी कहते हैं, जिसका हम अभी प्रयोग कर रहे हैं वह सूरज की किरणों को अवशोषित  करता है जिससे सोलर पैनल में मौजूद सेल गर्म हो जाते है और परिणाम स्वरुप इलेक्ट्रान के प्रवाह के कारण बिजली उत्पन्न करती है। अगर हम इसे आसान शब्दों में कहे तो सोलर पैनल सूरज की किरणों से गर्म होकर बिजली उत्पन्न करती है।

वही ट्रांसपेरेंट  सोलर पैनल सूरज की किरणों को पूर्ण रूप से अवशोषित नहीं करती है यह कुछ किरणों को बिजली पैदा करने के लिए अवशोषित करती है और बाकि को अपने से पार जाने देती हैं।

पारदर्शी सोलर पैनल बनाने में कठिनाई यह है की सूरज की किरणे ट्रांसपेरेंट ग्लास के पार निकल जाती है और सोलर सेल सूरज की किरणों को पूर्ण रूप से अवशोषित नहीं कर पति है, जिस वजह से सोलर सेल की बिजली पैदा करने की क्षमता काम होती है । आज हम यहाँ दोनों तरह के पारदर्शी सोलर पैनल आंशिक और पूर्ण पारदर्शी (Full and Partially Transparent Solar  Panel) की बात करेंगे।

आंशिक रूप से पारदर्शी सोलर पैनल (Partially Transparent Solar  Panel)

पारदर्शी सोलर पैनल
आंशिक रूप से पारदर्शी सोलर पैनल

जर्मनी के कंपनी ने आंशिक रूप से पारदर्शी सोलर पैनल को विकसित किया है। यह सोलर पैनल सूरज की किरणों का 60 प्रतिशत अवशोषित करता है, पर कुछ ऐसे भी सोलर पैनल आते हैं जो की सूरज की किरणों का 30 से 40 प्रतिशत हीं अवशोषित करते हैं और 60 से 70 प्रतिशत किरणों को अपने से होकर गुजरने देते है।

जैसा की हम जानते है सामान्य सोलर पैनल इस्पे पड़ने वाली सूरज की किरणों का 100 प्रतिशत अवशोषित करता है और उसके परिणाम स्वरुप उसकी क्षमता 15 प्रतिशत होती है, पर चुकी आंशिक रूप से पारदर्शी सोलर पैनल सूरज की किरणों को पूरी तरह अवशोषित नहीं कर पति है इसी कारण इसकी बिजली उत्पन्न करने की क्षमता कम होती है जो की लगभग 7.2 से 10 प्रतिशत तक होती है।

कुछ बिल्डिंग, अपार्टमेंट और ऑफिस जिसके निर्माण में सेमि ट्रांसपेरेंट ग्लास का प्रयोग किया जाता है, वैसे जगहों पे बजाय ग्लास के, ट्रांसपेरेंट सोलर पैनल लगवा सकते हैं, और इस तरह यह पारदर्शी सोलर पैनल बिजली पैदा करने के साथ साथ उसकी खूबसूरती को भी बरक़रार रखती है।

पूर्ण पारदर्शी सोलर पैनल (Full Transparent Solar  Panel)

पूर्ण पारदर्शी सोलर पैनल
पूर्ण पारदर्शी सोलर पैनल

हलाकि आंशिक रूप से पारदर्शी सोलर पैनल वैसे जगह के कारगर सिद्ध होगा जहाँ आंशिक पारदर्शी ग्लास लगे होते हैं, अर्थात जहाँ काम रौशनी की जरूरत होती है। पर यह वैसे जगह के लिए उपयुक्त नहीं है जहाँ पूर्ण पारदर्शी गिलास लगे हुए है, अर्थात जहाँ जयादा रौशनी की जरूरत की जरूरत होती है।

जब सूरज की किरणे पूर्ण ट्रांसपेरेंट सोलर पैनल पे पड़ती है तो यह पारदर्शी होने के कारन सूरज की किरणों को अवशोषित नहीं कर पति है, पर वैज्ञानिको ने पारदर्शी सोलर पैनल का अविष्कार करने के लिए आर्गेनिक साल्ट (Organic Salt) का प्रयोग किया है, जो की प्रकाश के अदृश्य तरंगो (Invisible Wavelength) जैसे की अल्ट्रा वायलेट को अवशोषित करके उससे बिजली पैदा करती है।

सूरज की किरणे पूर्ण ट्रांसपेरेंट सोलर पैनल से लगभर पूरी तरह पार हो जाती है और यह सूरज की किरणों को अवशोषित नहीं कर पाती है, जिसके कारण इसकी बिजली पैदा करने की क्षमता केवल 1 प्रतिशत से 5 प्रतिशत तक हीं होती है। जबकि सामान्य फोटोवोल्टाइक सोलर पैनल की बिजली पैदा करने की क्षमता 15 से 22 प्रतिशत  तक होती हैं।

अगर हम सोलर पैनल के बिजली पैदा करने की क्षमता बात करे तो इसका तत्प्रय है, अगर पूर्ण रूप से पारदर्शी सोलर पैनल की बिजली पैदा करने की क्षमता काम है इसका मतलब है की अगर आंशिक पारदर्शी सोलर पैनल जितना बिजली पैदा कर रही है उतना हीं बिजली पैदा करने के लिए पूर्ण पारदर्शी सोलर पैनल का आकर बड़ा हो जाएगा अर्थात यह जयादा लेगी।

FAQs:

Question: ट्रांसपेरेंट सोलर पैनल क्या होता है ?

Answer: ट्रांसपेरेंट सोलर पैनल देखने में सामान्य ग्लास की तरह होता है। सूरज की किरणे इसके आर पार निकल निकल जाती है। इसकी कारण इसका महत्व बढ़ जाता है, क्यूंकि इसका प्रयोग हम घर की खिड़किओं, ऑफिस की दीवारों पे भी कर सकते हैं।

Question: ट्रांसपेरेंट सोलर पैनल कितने प्रकार के होते हैं ?

Answer: ट्रांसपेरेंट सोलर पैनल दो प्रकार के होते हैं: आंशिक पारदर्शी सोलर पैनल और पूर्ण पारदर्शी सोलर पैनल।

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