Component in Electric Vehicle | इलेक्ट्रिक वाहन में कौन कौन से कॉम्पोनेन्ट होते हैं ?

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इलेक्ट्रिक वाहन (Electric Vehicle)

जब भी इलेक्ट्रिक वाहन देखते हैं अक्सर हमारे दिमाग ये ख्याल आता है आखिर इलेक्ट्रिक वाहन में कंपोनेंट्स (Component in Electric Vehicle) क्या क्या होते होंगे।

ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में दिन प्रतिदिन इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग बढ़ते जा रही है, फिर भी एक सर्वे में पाया गया है की ईंधन से चलने वाली वाहनों की तुलना में केवल 3% इलेक्ट्रिक वाहन हीं सडको पे मौजूद हैं, अगर हम सरे देशों की बात करे तो 2019 तक सड़को पे इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या 8 मिलियन (80 लाख) थी, जिसे 2025 तक 50 मिलियन (500 लाख) और 2030 तक इसे 140 मिलियन (1400 लाख) की संख्या करना सरकार का लक्ष्य है।

इलेक्ट्रिक वाहन के कंपोनेंट्स (Component in Electric Vehicle)

Component in Electric Vehicle
Component in Electric Vehicle

अगर हम इलेक्ट्रिक वाहन और ईंधन से चलने वाली वाहन की तुलना करे तो जाहिर सी बात है दोनों के कंपोनेंट्स में काफी अंतर होगा। आज हम उन्ही सब कंपोनेंट्स (Component in Electric Vehicle) के बारे में बात करने वाले हैं।

जब आप किसी भी इलेक्ट्रिक वाहन का बोनट खोलते हैं, तो इसमें आपको बहुत सारे पार्ट्स नहीं दिखाई देंगे जो की पेट्रोल या डीजल से चलने वाले वाहनों में होते हैं। अगर आप पेट्रोल या डीजल से चलने वाले वाहन का बोनट खोलकर देखे तो आपको इंजन, रेडियेटर, कार्बोरेटर, स्पार्क प्लग ये सारी चीजे दिखाई देती हैं। पर वही अगर इलेक्ट्रिक वाहन में (Component in Electric Vehicle)आपको इन सब में से कुछ नहीं दिखेगा।

वही जब आप किसी भी इलेक्ट्रिक वाहन का बोनट खोलेंगे, सामान्य तौर पे आपको दिखने वाले कॉम्पोनेन्ट (Component in Electric Vehicle) होंगे  – बैटरी, कूलिंग सिस्टम, वोल्टेज कनवर्टर। इसके साथ साथ इलेक्ट्रॉनिक पावर कण्ट्रोल यूनिट भी होता है जो की सामान्यतः इलेक्ट्रिक मोटर के ऊपर लगा होता है।

इलेक्ट्रिक मोटर (Electric Motor)

इलेक्ट्रिक वाहन में लगा मोटर (Component in Electric Vehicle) इलेक्ट्रिकल एनर्जी को मैकेनिकल एनर्जी में कन्वर्ट करती है, जिससे वाहन चलती है। ऐसा तब होता है जब बैटरी से मोटर के एक स्थिर हिस्से में बिजली भेजी जाती है जो एक चुम्बकीय क्षेत्र बनता है, जो रोटर को घूमता है। और उसी रोटर के घूमने से गाड़ी का पहिया घूमता है।

बैटरी (Battery)

इलेक्ट्रिक वाहन में ऑक्सिलरी बैटरी (Auxiliary Battery) वाहन के बोनट में होती है जो की वाहन के इक्विपमेंट को चलने के लिए पावर सप्लाई करते हैं।

इलेक्ट्रिक वाहन के कंपोनेंट्स में (Component in Electric Vehicle) एक मेन बैटरी बैटरी भी होती है जो की बहुत सारे छोटे छोटे लिथियम आयन बैटरी (Lithium Ion Battery) को एक साथ मिला कर बनाया जाता है और उन सब को एक साथ इलेक्ट्रिकल सर्किट से जोड़ दिया जाता है जिससे बैटरी अधिक छमता की बिजली उत्पन्न करती है और यह मोटर को चलाने ले लिए सप्लाई देती है।

कूलिंग सिस्टम (Cooling System)

कूलिंग सिस्टम, इलेक्ट्रिक मोटर और दूसरे कंपोनेंट्स को सामान्य तापमान में बनाये रखता है ताकि सरे उपकरण अच्छे से काम कर सके और कोई खराबी न आये।

चार्ज कंट्रोलर (Charge Controller)

चार्ज कंट्रोलर, चार्जिंग पोर्ट से अलटरनेट करंट (AC) सप्लाई लेती है और उसे डिटेक्ट करंट (DC) में कन्वर्ट कर के बैटरी को चार्ज करने का काम करती है। इसके साथ साथ यह बैटरी के अन्य पैरामीटर जैसे की वोल्टेज, पोटेंशियल डिफरेंस, टेम्परेचर और बैटरी के चार्ज होने की प्रक्रिया पर नज़र रखती है।

पावर इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोलर (Power Electronic Controller)

पावर इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोलर यूनिट बैटरी के द्वारा सप्लाई की गई इलेक्ट्रिकल एनर्जी का प्रबंधन करती है। इसके साथ साथ यह इलेक्ट्रिक मोटर की गति और मोटर के द्वारा उत्पन की गई टार्क का नियंत्रण करती है।

DC/DC कनवर्टर (DC/DC Converter)

DC/DC कनवर्टर इलेक्ट्रिक वाहन के कंपोनेंट्स में (Component in Electric Vehicle) महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह हाई वोल्टेज DC (High Voltage DC) को लो वोल्टेज DC (Low Voltage DC) में बदलती है, जिसका प्रयोग वाहन के इक्विपमेंट को चलाने और मुख्य बैटरी को चार्ज करने में किया जाता है।

Bonnet of Electric Car
Bonnet of Electric Car

अगर हम मूविंग पार्ट्स की बात करे तो इलेक्ट्रिक वाहन में (Component in Electric Vehicle) केवल 30 से 40 मूविंग पार्ट्स होते हैं पर वही पेट्रोल या डीजल से चलने वाले वाहनों में 2000 से भी जयादा मूविंग पार्ट्स होते है, जिस वजह से इसका मेंटनेंस कॉस्ट काफी काम हो जाता है।

इलेक्ट्रिक वाहन के पीछे के निचले हिस्से में आपको कोई टेल पाइप या सीलेंसर नहीं दिखाई देगा। चुकी इलेक्ट्रिक वाहन में दहन इंजन (Combustion Engine) नहीं होता है इसी कारण इसमें किसी प्रकार के एग्जॉस्ट सिस्टम (Exhaust System) की जरूरत नहीं होती है।

एग्जॉस्ट सिस्टम (Exhaust System) नहीं होने के कारन इलेक्ट्रिक वाहन से किसी भी प्रकार का प्रदुषण नहीं होता है। यहाँ तक की इलेक्ट्रिक वाहन से इतनी कम आवाज़ आती है की गाड़ी चल रही है या बंद है यह आपको सामने के कण्ट्रोल पैनल का लाइट देख कर हीं पता चलेगा।

ऐसे हीं और जानकारी के लिए हमारे साथ जुड़े रहने के लिए धन्यवाद।

 

FAQs:

Question: क्या इलेक्ट्रिक वाहन चलते समय आवाज़ करती है ?

Answer: इलेक्ट्रिक वाहन से बहुत कम आवाज़ आती है। आप इसी से समझ सकते है की वाहन इतनी कम आवाज़ करती है, वाहन चल रही है या बंद है यह आपको सामने के कण्ट्रोल पैनल का लाइट देख कर हीं पता चलेगा।

Question: पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहनों में कितने मूविंग पार्ट्स होते हैं ?

Answer: पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहनों में 2000 से भी जयादा मूविंग पार्ट्स होते हैं।

Question: क्या इलेक्ट्रिक वाहन में एग्जॉस्ट सिस्टम (Exhaust System) या साइलेंसर होता है ?

Answer: चुकी इलेक्ट्रिक वाहन में दहन इंजन (Combustion Engine) नहीं होता है इसी कारण इसमें किसी भी प्रकार का एग्जॉस्ट सिस्टम (Exhaust System) या साइलेंसर की जरूरत नहीं होती है।

Question: इलेक्ट्रिक वाहन में मेन कॉम्पोनेन्ट क्या क्या होते हैं (Component in Electric Vehicle)

Answer: इलेक्ट्रिक मोटर, बैटरी, कूलिंग सिस्टम, चार्ज कंट्रोलर, DC/DC कनवर्टर, पावर इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोलर

 

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