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Effect on Electric car through DC Fast Charging: मैंने अपने पिछले आर्टिकल में चार्जिंग स्टेशन के बारे में बताया है जैसे की चार्जिंग स्टेशन कितने प्रकार के होते हैं और यह काम कैसे करता है? पर आज हम यहाँ बात करने वाले हैं DC फ़ास्ट चार्जिंग के बारे में की, क्या DC फास्ट चार्जिंग इलेक्ट्रिक कार के लिए सही नहीं होता है ? (Effect on Electric car through DC Fast Charging)

बहुत सारे इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनियां DC फ़ास्ट चार्जिंग का बार बार प्रयोग करने के लिए मन करते है, उनका कहना है की बार बार DC फ़ास्ट चार्जिंग का प्रयोग करने से कार में लगी लिथियम आयन बैटरी की क्षमता काम हो जाती है। आज हम यहाँ इसी विषय पर बात करने वाले है की क्या DC फास्ट चार्जिंग इलेक्ट्रिक कार के लिए सही नहीं होता है ?(Effect on Electric car through DC Fast Charging)
DC फ़ास्ट चार्जिंग कैसे काम करता है ? (How DC fast charging works)
DC फ़ास्ट चार्जिंग जिसे लेवल 3 (Level 3) चार्जिंग भी कहते है सामान्यतः नॉर्मल टेम्परेचर पर 30-40 मिनट में 80 प्रतिशत बैटरी को चार्ज कर देता है। DC फ़ास्ट चार्जिंग बहुत सारे कनेक्टर कॉन्फ़िगरेशन पे काम करता है। जैसा की नाम से हीं प्रतीत हो रहा है DC फ़ास्ट चार्जिंग या लेवल 3 चार्जिंग डायरेक्ट करंट (DC) पर काम करता है इसके विपरीत लेवल 1 और 2 चार्जर अलटरनेट करंट (AC) पर काम करते हैं।
DC फ़ास्ट चार्जिंग काफी तेजी से इलेक्ट्रिक कार की बैटरी को चार्ज करता है। यहाँ मैं आपको बता दूँ की DC फ़ास्ट चार्जिंग प्लग में एक कम्युनिकेशन केबल लगा होता है जो चार्जिंग के दौरान निरंतर इलेक्ट्रिकल कार से कम्यूनिकेट करता रहता है,
अर्थात यह कार में लगी बैटरी पर निरंतर नज़र रखता है जैसे की बैटरी कितनी चार्ज हो गई है और कितना चार्ज होना बाकि है, कितने समय में बैटरी पूरी तरह चार्ज हो जाएगी।

चार्जिंग प्रक्रिया पे नज़र रखने कारण चार्जिंग स्टेशन को यह पता हो जाता है की बैटरी अब पूरी तरह चार्ज हो गई है या कितना चार्ज होना बाकि है और उसी के अनुसार यह बिजली के प्रवाह को नियंत्रित करती है ताकि कार के चार्जिंग सिस्टम पर कोई बुरा प्रभाव न पड़े और बैटरी सुरक्षित रहे।
एक बार चार्जिंग की प्रक्रिया शुरू हो जाने और बैटरी गर्म हो जाने के बाद किलोवाट का प्रवाह कार के अधिकतम इनपुट तक जाता है, जैसे की चार्जर अधिकतम किलोवाट के प्रवाह तक पहुँचता है यह हर संभव कोशिश करता है की इसे लम्बे समय तक बनाये रखे।
यहाँ मैं आपको एक बात और बता दूँ की यदि कार कम्युनिकेशन केबल की मदद से चार्जर को पॉवर कम करने का सिग्नल दे चार्जर किलोवाट के प्रवाह को काम कर देता है ताकि बैटरी का लाइफ साइकिल (Life Cycle) और उसकी क्षमता बानी रहे। जैसे हीं इलेक्ट्रिक कार में लगी बैटरी 80 प्रतिशत तक चार्ज हो जाती है चार्जर चार्जिंग की प्रक्रिया को धीमी कर देती है।
लगातार DC फ़ास्ट चार्जिंग का प्रयोग करने से इलेक्ट्रिक कार पर क्या असर होता है ? (Effect on Electric car through DC Fast Charging)

ऐसा माना जाता है और बहुत से जानकारों से यह सुनने को भी मिलता है की अगर इलेक्ट्रिक कार की बैटरी को लगातार DC फ़ास्ट चार्जिंग से चार्ज किया जाए तो बैटरी की क्षमता कम हो जाती है (Effect on Electric car through DC Fast Charging),
इसी तथ्य की पुष्टि के लिए इडाहो नेशनल लेबोरेटरी (Idaho National Laboratory-INL) ने इस पर अध्यन किया जिसके फलस्वरूप कुछ चौका देने वाले तथ्य सामने आये।
इडाहो नेशनल लेबोरेटरी (Idaho National Laboratory-INL) के मुताबित यह कहना गलत होगा की अगर किसी भी इलेक्ट्रिक कार की बैटरी को केवल DC फ़ास्ट चार्जिंग से चार्ज किया जाए जो की संभव नहीं है तो वैसी स्थिति में बैटरी की क्षमता कम हो जाएगी (Effect on Electric car through DC Fast Charging),
क्यूंकि उन्होंने जो प्रयोग किये उसमे 80,000 किलोमीटर चलने के बाद बैटरी की क्षमता में केवल 4 प्रतिशत का हीं अंतर आया जो की बहुत हीं कम है ।

इडाहो नेशनल लेबोरेटरी (Idaho National Laboratory-INL) ने चार इलेक्ट्रिक कार के ऊपर परिक्षण किया जिसमे प्रतिदिन इलेक्ट्रिक कार को दो बार चलाया जाता था और इसके साथ हीं उन्हें दो बार चार्ज किया जाता था। इस परिक्षण में दो कार को लेवल 2 (Level 2) अर्थात 240 V से दिन में दो बार चार्ज किया जाता था और दूसरे दोनों कार को लेवल 3 अर्थात DC फ़ास्ट चार्जर से चार्ज लिया जाता था।
उन चारो कार को 80,000 किलोमीटर तक चलाये जाने के बाद यह पाया गया की वे दो कार जिन्हे लेवल 2 (Level 2) चार्जर से चार्ज किया जाता था उनकी क्षमता लगभग 23 प्रतिशत अपनी वास्तविक क्षमता से कम हो गई थी,
जबकि बाकि के दो कार जिन्हे लेवल 3 (Level 3) अर्थात DC फ़ास्ट चार्जर से चार्ज किया जाता था वे उनकी क्षमता लगभग 27 प्रतिशत कम हो गई थी। (Effect on Electric car through DC Fast Charging)
यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है दो कार को केवल DC फ़ास्ट चार्जर से हीं चार्ज किया जा रहा है और वैसी स्थिति में बैटरी की क्षमता में केवल चार प्रतिशत का हीं अंतर आया, जो की आमतौर पर संभव नहीं है की कोई व्यक्ति केवल DC फ़ास्ट चार्जर से हीं चार्ज करे। क्यूंकि अक्सर लोग केवल जरूरत पड़ने पर हीं फ़ास्ट चार्जर से चार्ज करते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
अगर किसी इलेक्ट्रिक कार की बैटरी को केवल DC फ़ास्ट चार्जर से हीं चार्ज किया जाए तो वैसी स्थिति में उस बैटरी की क्षमता (Effect on Electric car through DC Fast Charging) पर बहुत हीं कम प्रभाव पड़ता है जो की न के बराबर है।
FAQs:
Question: क्या DC फ़ास्ट चार्जर से इलेक्ट्रिक कार की बैटरी को चार्ज करने से उसकी क्षमता कम हो जाती है ?
Answer: अगर किसी इलेक्ट्रिक कार की बैटरी को केवल DC फ़ास्ट चार्जर से हीं चार्ज किया जाए तो वैसी स्थिति में उस बैटरी की क्षमता (Effect on Electric car through DC Fast Charging) पर बहुत हीं कम प्रभाव पड़ता है जो की न के बराबर है।
Question: DC फ़ास्ट चार्जर इलेक्ट्रिक कार की बैटरी को कितने समय में फुल चार्ज कर देता है ?
Answer: DC फ़ास्ट चार्जर से इलेक्ट्रिक कार की बैटरी को चार्ज करने पर लगभग 30-40 मिनट में 80 प्रतिशत बैटरी वहारगे हो जाती है।
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