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Myths regarding electric vehicle: जैसा की हम सब जानते हैं की आज-कल लोगो का इलेक्ट्रिक वाहन के तरफ आकर्षण बढ़ा है चाहे वह इलेक्ट्रिक कार हो, इलेक्ट्रिक बाइक, इलेक्ट्रिक स्कूटर, या फिर इलेक्ट्रिक साइकिल।
यहाँ एक बात ध्यान देने वाली है की लोगो का आकर्षण भले हीं इलेक्ट्रिक वाहन के तरफ बढ़ा है पर आज भी लोगो के बीच इलेक्ट्रिक वाहन के प्रति कुछ गलत मान्यतायें हैं (Myths regarding electric vehicle) जो की बिलकुल सही नहीं है। आज हम यहाँ इसी विषय पर बात करने वाले हैं।

इलेक्ट्रिक वाहन का रेंज (Range) काफी कम होने के कारण लम्बी दूरी का सफर नहीं किया जा सकता है (Myths regarding electric vehicle)
बहुत सारे लोगो का मानना है की इलेक्ट्रिक कार की रेंज काफी कम होती है और इसके द्वारा लम्बी दूरी का सफर करना सही नहीं है, पर मैं यहाँ आपको बता दूँ की आज-कल जितने भी इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनियां है वे सभी वाहन की रेंज पर बहुत धयान दे रहे है और अपनी अधिक रेंज के बारे में जाने जाते हैं।
जैसे की अगर हम बात करे निसान लीफ (Nissan Leaf) की तो यह एक बार फुल चार्ज करने पर 230 किलोमीटर का सफर तय करती है अर्थात इसकी रेंज 240 किलोमीटर है जबकि चेवरोलेट बोल्ट (Chevrolet Bolt) 380 किलोमीटर की रेंज के साथ आती है वही हुंडई कोना बोस्ट्स (Hyundai Kona boasts) 315 किलोमीटर की रेंज के साथ आती है।
अब अगर टेस्ला के बात करे तो इसका दावा है की टेस्ला इलेक्ट्रिक कार की रेंज 490-540 किलोमीटर की रेंज के साथ आती है। इसके साथ ही अभी और भी नय-नय शोध किये जा रहे जा रहे हैं और कंपनियां इसपर दावा भी कर रही है की आने वाले समय में इलेक्ट्रिक कार की रेंज लगभग 700-900 किलोमीटर की हो जाएगी।
इलेक्ट्रिक कार काफी महंगे होते है (Myths regarding electric vehicle)
हलाकि अगर अभी की बात करे तो यह कहना गलत नहीं होगा की इलेक्ट्रिक कार काफी महंगे होते है, पर यदि इलेक्ट्रिक कार के महंगा होने कारण देखे तो वह कारण है इसमें प्रयोग वाली बैटरी। इलेक्ट्रिक कार की कुल कीमत का 40 प्रतिशत केवल इसकी बैटरी का होता है। अभी इलेक्ट्रिक कार में लगने वाली बैटरी के ऊपर बहुत सारे शोध किये गए है और लगातार किये भी जा रहे हैं।
वैज्ञानिको को इसमें काफी सफलता भी मिली है जिसका जीता-जगता सबूत है सॉलिड स्टेट बैटरी (Solid State battery)। इसका सफलता पूर्वक परिक्षण किया जा चूका है और जल्द हीं इसे इलेक्ट्रिक वाहन में प्रयोग किया जाने लगेगा। इसके प्रयोग से इलेक्ट्रिक वाहन की कीमत और उसकी रेंज दोनों में इसका अंतर देखने को मिलेगा। अर्थात इलेक्ट्रिक वाहन की कीमत काफी काम हो जाएगी।
इलेक्ट्रिक वाहन असुरक्षित होते हैं (Myths regarding electric vehicle)
अगर बात करे इलेक्ट्रिक वाहन/कार के सुरक्षा की तो यहाँ मैं आपको बता दूँ की इलेक्ट्रिक कार पेट्रोल या डीजल से चलने वाले वाहनों की तुलना में ज्यादा सुरक्षित होते होते हैं। जहाँ तक बात करे उनके परिक्षण की तो उसमे भी काफी अच्छे अंक के साथ पास करते हैं। हाल हीं में चेवरोलेट बोल्ट (Chevrolet Bolt) के ऊपर एक परिक्षण किया गया जिसमे उसे 5 स्टार मिले।
अब बात करे लिथियम आयन बैटरी में आग लगने की या फिर विस्फोट की तो एक परिक्षण में यह बताया गया की लिथियम आयन बैटरी से आग लगने या विस्फोट की गंभीरता पेट्रोल या डीजल कार की तुलना में काफी कम होती है।

इलेक्ट्रिक कार का मेंटनेंस कॉस्ट काफी महंगा होता है (Myths regarding electric vehicle)
जहाँ तक बात आती है मेंटनेंस कॉस्ट की तो मैं आपको बता दूँ की इलेक्ट्रिक कार का मेंटनेंस कॉस्ट काफी कम होता है कारण की इसमें मूविंग पार्ट्स पेट्रोल या डीजल कार की तुलना में काफी कम होते हैं साथ हीं इसमें इंजन और क्लच प्लेट नहीं होता है जिसके फलस्वरूप इंजन ऑइल बदलने की जरूरत नहीं होती है और ना हीं क्लच प्लेट का मेंटनेंस और इसको बदलने का झंझट होता है।
अतः यह कहना बिलकुल गलत होगा की इलेक्ट्रिक कार का मेंटनेंस कॉस्ट ज्यादा होता है।
इलेक्ट्रिक वाहन के बैटरी की लाइफ काफी कम होती है (Myths regarding electric vehicle)
इलेक्ट्रिक वाहन में लगी लिथियम आयन बैटरी की बात करे तो यह कम से कम आठ साल या फिर 1,00,000 किलोमीटर की साथ आती है। एक रिपोर्ट के मुताबित निसान लीफ (Nissan Leaf) जिसे कुछ देशो में कैब के रूप में इस्तेमाल किया गया था, 1,50,000 किलोमीटर चलने के बाद उसके बैटरी की क्षमता 25 प्रतिशत कम हुई थी।

अभी सॉलिड स्टेट बैटरी के ऊपर जो परिक्षण किया किया गया है उसके मुताबित 1,50,000 किलोमीटर चलने के बाद इसकी क्षमता केवल 10 प्रतिशत कम होगी साथ हीं इसका रेंज भी काफी ज्यादा है अर्थात जिस कार में सॉलिड स्टेट बैटरी लगी होगी उस कार की बैटरी को बदलने की जरूरत हीं नहीं पड़ेगी।
इलेक्ट्रिक कार की स्पीड काफी धीमी होती है (Myths regarding electric vehicle)
जब बात आती है स्पीड या फिर पिक-अप की तो मैं आपको बता इलेक्ट्रिक कार आमतौर पर पेट्रोल या डीजल से चलने कार की तुलना में काफी तेज होते हैं। इअसा इसलिए है क्यूंकि एक इलेक्ट्रिक मोटर अपने मैक्सिमम टार्क (Maximum Torque) का 100 प्रतिशत 2-3 सेकंड में हीं प्राप्त कर लेता है। यही कारण है की इलेक्ट्रिक कार 0 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे का स्पीड मात्रा 2-3 सेकंड में हीं प्राप्त कर लेता है।
इलेक्ट्रिक कार की बैटरी को चार्ज करने में ग्रिड सक्षम नहीं है (Myths regarding electric vehicle)
नैविगेंट रिसर्च (Navigant Research) के एक रिपोर्ट के मुताबित कोई भी देश, ग्रिड के नवीनीकरण के बिना अर्थात अपनी मौजूदा बिजली से हीं लाखो इलेक्ट्रिक कार को चार्ज कर सकता है। इसमें बहुत कुछ इस तथ्य के आधार पर भी कहा गया है की बहुत सारे इलेक्ट्रिक कार ऐसे हैं जो की रात के समय किये जाते हैं और हम यह अच्छे से जानते हैं की रात के समय बिजली की डिमांड काफी कम होती है।
इसके साथ हीं आजकल बहुत सारे सोलर चार्जिंग स्टेशन भी स्थापित किये जा रहे है जिससे दिन के समय भी इलेक्ट्रिक कार की बैटरी को चार्ज करने में कोई परेशानी नहीं होगी।

FAQs:
Question: क्या इलेक्ट्रिक कार का मेंटनेंस कॉस्ट ज्यादा होता है ?
Answer: नहीं, इलेक्ट्रिक कार का मेंटनेंस कॉस्ट पेट्रोल या डीजल कार की तुलना में काफी कम होता है।
Question: लिथियम आयन बैटरी की लाइफ कितनी होती है ?
Answer: लिथियम आयन बैटरी की लाइफ लगभग 8 साल या फिर 1,00,000 किलोमीटर की होती है ।
इम्पोर्टेन्ट लिंक (Important Link)
इलेक्ट्रिक कार की बैटरी को फुल चार्ज करने में कितना खर्च आता है ?
क्या DC फ़ास्ट चार्जर से इलेक्ट्रिक कार की बैटरी को चार्ज करने से उसकी क्षमता कम हो जाती है ?
सॉलिड स्टेट बैटरी क्या होता है ?
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