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रूफ टॉप सोलर सिस्टम (Roof Top Solar System)
पूरी दुनिया में रूफ टॉप सोलर सिस्टम (Roof Top Solar System) का प्रचलन बढ़ रहा है। आज हर कोई रूफ टॉप सोलर सिस्टम (Roof Top Solar System) या सोलर एनर्जी (Solar Energy) के बारे में बात करता है और उसके बारे में जानना चाहता है। अगर कोई रूफ टॉप सोलर सिस्टम (Roof Top Solar System) अपने घर में लगवाना भी चाहता है तो उसके मन में बहुत सारे सवाल आते हैं,
जैसे की रूफ टॉप सोलर सिस्टम (Roof Top Solar System) लगवाने में कौन कौन से उपकरण लगते है ? ( जानने के यहाँ क्लिक करे ), इससे क्या क्या फायदे हैं ? सोलर सिस्टम कितने तरह के होते हैं ? सोलर मॉडल लेते समय क्या देखना चाहिए ? तो आज हम यहाँ उन सब सवालो के जबाब आपको देने वाले हैं।

क्यों लगवाना चाहिए रूफ टॉप सोलर सिस्टम (Roof Top Solar System)?
पहले की तुलना में आज हमारी लाइफ स्टाइल बिलकुल बदल गई है। आज हम बिजली के बिना एक मिनट भी नहीं रह सकते है। और दिन प्रतिदिन इसका उपयोग भी बढ़ता जा रहा है। लेकिन इसके साथ साथ कोयले की कमी और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों ने पूरी दुनिया के लिए एक चिंता का विषय भी बना दिया है।
आने वाले समय में अगर हम इसी तरह पारम्परिक तरीके से उत्पन्न बिजली पे निर्भर रहे तो ओ दिन दूर नहीं जब हम सब अंधकार में डूब जायेंगे। उसी को धयान में रखते हुए आज कल पुरे देश की सरकार सोलर एनर्जी की तरफ आकर्षित हो रही है और नए नए स्कीम भी लती रही है।
हाल हीं में भारत सरकार की तरफ से रूफ टॉप सोलर (Roof Top solar) सब्सिडी स्कीम और कुसुम योजना लाई गई है। इन स्कीम की मदद से आप कम लागत में आसानी से अपने खली परे छत का उपयोग भी कर सकते हैं जिससे आपका बिजली बिल भी काम आएगा और कुछ हीं सालो में आपके पुरे पैसे वसूल भी हो जायेंगे। इसके साथ साथ आप प्रदूषण काम करने के सरकार के मुहीम के भी भागीदारी बन जायेंगे।
रूफ टॉप सोलर सिस्टम (Roof Top Solar System) के लिए कौन सा सोलर एनर्जी सिस्टम लगवाएं ?
अब बात आती है की आपको कौन सा सोलर सिस्टम लगवाएं “ऑन ग्रिड (On Grid)” या “ऑफ ग्रिड (Off Grid)”, तो मैं आपको बता दूँ की अगर आपके यहाँ बिजली कम जाती है तो आपको ऑन ग्रिड रूफ टॉप सोलर सिस्टम (On Grid Roof Top Solar System) लगवाना जयादा फायदेमंद होगा।
पर अगर आपके यहाँ बिजली बहुत काम आती है या जहाँ पे आप रहते हैं वहां बिजली की सुविधा नहीं है तो आपको ऑफ ग्रिड रूफ टॉप सोलर सिस्टम (Off Grid Roof Top Solar System) लगवाना जयादा फायदेमंद होगा।
कौन सा सोलर मॉडल (Solar Module) लगवाना चाहिए ?
सोलर मॉडल को चुनने के पहले, आपको ए समझना चाहिए की सोलर मॉडल कितने प्रकार के होते है।
सोलर मॉडल दो प्रकार के होते हैं:
Monocrystalline और Polycrystalline
मोनोक्रिस्टलीने (Monocrystalline):
अगर आप जिस छेत्र में रहते हैं वहां अक्सर मौसम ख़राब रहती है, अक्सर आकाश में बदल घिरे रहते है, सूरज की किरणे कम आती है। तो ऐसे जगह के लिए मोनोक्रिस्टलीन (Monocrystalline) सोलर मॉडल जयादा अच्छा होता है, और आपको ऐसे जगह के लिए मोनोक्रिस्टलीन (Monocrystalline) मॉडल हीं लगनी चाहिए। इसकी बिजली उत्पन्न करने की छमता जयादा होती है। इसकी कीमत पोलीक्रिस्टलीने (Polycrystalline) की तुलना में अधिक होता है।
पोलीक्रिस्टलीने (Polycrystalline) :
अगर आपके छत के धुप अच्छी आती है और जयादा समय तक रहती है ऐसे में आपको पोलीक्रिस्टलीन (Polycrystalline) मॉडल लगवाना चाहिए। इसकी कीमत मोनोक्रिस्टलीने (Monocrystalline) की तुलना में कम होती है।
अगर आपको डिटेल में सोलर मॉडल के बारे में समझना है तो यहाँ क्लिक करे
लोड कैलकुलेशन (Load Calculation)
रूफ टॉप सोलर सिस्टम (Roof Top Solar System) लगवाने के पहले आपको अपने घर का लोड कैलकुलेट करना होगा। आपको पता होना चाहिए की आपको कितनी बिजली की जरूरत है। उसी के अनुसार आपको यह भी पता चल जाएगा की सोलर सिस्टम लगवाने में कितना खर्च होगा या कुल कितनी लागत लगेगी।
लोड कैलकुलेट करने के लिए सबसे पहले आपको उन सभी उपकरणों का लोड पता करना होगा जो आपके घर में है या जिसका आप उपयोग करते हैं या जिसे आप सोलर सिस्टम से जोड़ना चाहते हैं।
लोड कैलकुलेट कैसे करते हैं, ए मैंने निचे बताया है। मैंने इसे बस एक उधारन के तौर पे बताया है, जिससे आपको लोड कैसे कैलकुलेट करते है ए पता चल जाएगा। आप इसकी मदद से लोड कैलकुलेट कर सकते हैं :
- 2 Ceiling fan = 120 watt (60+60 w)
- 5 CFL Light = 100 watt (20w per Light)
- 1 Ton Air Conditioner = 1200 watt
- 32 Inch LED Tv = 50 watt
Total = 120 + 100 + 1200 +50 = 1510 Watt (1.47 kw)
इसका मतलब आपके घर में 1470 watt लोड है तो इसके लिए आप को कम से कम 2000 watt या 2 KW का रूफ टॉप सोलर सिस्टम(Roof Top Solar System) लगवाना पड़ेगा।
लेकिन अगर आप ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाना चाहते हैं तो आपको बैटरी चार्ज करने के लिए भी पावर की आवश्यकता पड़ेगी। इसके लिए आपको 2000 watt से ज्यादा का सोलर सिस्टम लगवाना पड़ेगा। क्योंकि जब आप सोलर सिस्टम से अपने सारे उपकार चलायेंगे तो आपको बैटरी को भी चार्ज करने के लिए पावर की अवसक्ता पड़ेगी, इसके लिए आपको कम से कम 2.5 KW का ऑफ़ ग्रिड रूफ टॉप सोलर सिस्टम (Off Grid Roof Top Solar System) लगवाना पड़ेगा।
FAQs
Question: किस मॉडल की एफिशिएंसी (Efficiency) जयादा होती है: मोनोक्रिस्टलीन (Monocrystalline) या पोलीक्रिस्टलीने (Polycrystalline)?
Answer: मोनोक्रिस्टलीन (Monocrystalline)
Question: रूफ टॉप सोलर सिस्टम (Roof Top Solar System) कितने प्रकार के होते hain?
Answer: रूफ टॉप सोलर सिस्टम (Roof Top Solar System) दो प्रकार के होते हैं
- ऑफ ग्रिड रूफ टॉप सोलर सिस्टम (Off Grid Roof Top Solar System)
- ऑन ग्रिड रूफ टॉप सोलर सिस्टम (On Grid Roof Top Solar System)
Question: इन्वर्टर (Inverter) का क्या काम होता है ?
Answer: इन्वर्टर (Inverter) DC करंट को AC में कन्वर्ट करती है।
Question: बैटरी की किस सोलर एनर्जी सिस्टम नहीं पार्टी है ?
Answer: बैटरी की जरूरत ऑफ ग्रिड सोलर एनर्जी सिस्टम में नहीं पड़ती है।
Question: कौन सा सोलर मॉडल काम रौशनी में भी अधिक बिजली उत्पन्न करती है ?
Answer: मोनोक्रिस्टलीन (Monocrystalline)
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Very good info.. helps in understanding..
Thank you so much..
Bahut badhiya jankari di aap ne
Nice explanation.👍👍
Thanks for your valuable time and your comment.
Very good info.. helps in understanding..
Thanks